
*_पालकोट // पालकोट ऋष्यमुक पर्वत शिखर स्थित ब्रम्हलीन बाबा कर्मयोग शिव संभव जी महाराज उदासीन-भौतिक आध्यात्मिक विद्या केंन्द्र आश्रम में प्राचीन मां पंपा भवानी का 11 दिवसीय श्री श्री महारुद्र सहस्त्र चंडी हवनात्मक महायज्ञ प्रारंभ।_*
_पालकोट // पालकोट (पंपापुर) ऋष्यमुक पर्वत शिखर की चोटी पर आश्रम समिति पालकोट के तत्ववाधान में शुक्रवार से ब्रम्हलीन बाबा कर्मयोग शिव संभव जी महाराज उदासीन-भौतिक आध्यात्मिक विद्या केंन्द्र आश्रम में प्राचीन मां पंपा भवानी का 11 दिवसीय श्री श्री महारुद्र सहस्त्र चंडी हवनात्मक महायज्ञ भव्य कलश शोभायात्रा के साथ प्रारंभ किया गया।इस अवसर पर निर्झर झरना में यज्ञाचार्य सतीश चंन्द्र शास्त्री,उपाचार्य संतेश्वर पांडेय,वैदिक दीनानाथ मिश्रा,सोनू पंडा,अरविंद कुमार पांडेय,गोपाल मिश्रा,विवेक मिश्रा द्वारा विधिवत वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान गणेश का आह्वान के साथ पूजा-अर्चना किया गया।तत्पश्चात महिलाओं और युवतियों ने निर्झर झरना से अपने-अपने कलश में पवित्र जल भरकर पालकोट राजा मैदान से कामडारा स्थित चंदा टोली साले गुट के सपत्नीक यजमान बीरबल ओहदार पत्नि पुष्पा देवी के साथ 551 महिलाओं और युवतियों द्वारा जय काली कल्याण करो मां…जय जय शिवे…हर हर शिवे…शिवे शिवे हरे हरे…का जयघोष के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी।कलश शोभायात्रा राजा मैदान स्थित प्राचीन मां दशभुजी महारानी मंदिर से होते हुये हटिया टोली,संजय गांधी चौंक,हनुमान मंदिर,चौभुजी मंदिर,स्टैंड स्थित दुर्गा मंदिर बाजार टांड़ से पुनः उसी मार्गो से होते हुये घोडलता गुफा होते हुये ऋष्यमुक पर्वत शिखर के लिये प्रस्थान किया।कलश शोभायात्रा ऋष्यमुक पर्वत शिखर स्थित यज्ञमंडप पहुंचने के बाद सपत्नीक यजमान बीरबल ओहदार पत्नि पुष्पा देवी सहित सभी महिलाओं और युवतियों ने यज्ञमंडप की परिक्रमा के बाद विधिवत कलश की स्थापना किया गया।आश्रम स्थित यज्ञमंडप में कलश स्थापना के बाद सभी महिलाओं और युवतियों को भोजन कराया गया।इसके बाद संध्या कालीन यज्ञाचार्य सतीश चंन्द्र शास्त्री,उपाचार्य संतेश्वर पांडेय,वैदिक दीनानाथ मिश्रा,सोनू पंडा,अरविंद कुमार पांडेय,गोपाल मिश्रा,विवेक मिश्रा द्वारा विधिवत वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंचांग पूजन,मंडप प्रवेश,ब्राह्मण वरण तथा प्राचीन मां पंपा भवानी का महाआरती के बाद सभी भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।इसके बाद ऋष्यमुक पर्वत शिखर आश्रम में आये सभी महिला पुरुष,युवक-युवतियां,किशोर-किशोरियां भक्तों द्वारा ढोलक और झाल के थाप पर भक्तिरस गीतों के धुन पर देर रात्रि तक झुम-झुम कर कीर्तन-भजन किया गया।जानकारी के अनुसार पालकोट (पंपापुर) ऋष्यमुक पर्वत शिखर स्थित ब्रम्हलीन बाबा कर्मयोग शिव संभव जी महाराज उदासीन-भौतिक आध्यात्मिक विद्या केंन्द्र आश्रम में इस वर्ष प्राचीन मां पंपा भवानी का 87 वां 11 दिवसीय श्री श्री महारुद्र सहस्त्र चंडी हवनात्मक महायज्ञ है।पालकोट (पंपापुर) में महायज्ञ प्रारंभ होते ही वातावरण भक्तिमय बन उठा है।इस अवसर पर मुख्य संरक्षक छोटानागपुर नागवंशी राजा लाल गोविंन्द नाथ शाहदेव,लाल दामोदर नाथ शाहदेव,संरक्षक लाल मनोहर नाथ शाहदेव,लाल देवब्रत नाथ शाहदेव,सुजीत कुमार गुप्ता,बंशीधर गुप्ता,केदार प्रसाद गुप्ता,लाला जी,जगदीश राम बंगाली,बिजेंन्द्र प्रसाद केशरी,बसंत सिंह,द्वारिका भगत,नंद कुमार गुप्ता,मथुरा साहू,अनित साहू,निशा सिंह,सुनिता सिंह,शंकर केशरी,प्रकाश गुप्ता,गौतम हिंदुस्तान,लक्ष्मी साहू,सुरेश गुप्ता,विजय गुप्ता,सुमित गुप्ता,रुपेश कंसारी,छोटू गुप्ता,पंकज केशरी,तुफान कंसारी,अभिषेक गुप्ता,भागीरथी केशरी,तारक ठाकुर,शशीकांत बैठा,दीपक कसेरा,रौशन कंसारी,सितेश गुप्ता,मुकेश बैठा,सुरेश सिंह,हरिमोहन सिंह,बालमकुंद महतो,गणेश बैठा,राजकुमार बैठा,पवन मुंडा,हेमंत ठाकुर,मेला खड़िया,बाबूलाल मुंडा आदी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल थे।_